तो दोस्तों, तुमने अपने कॉम्पिटिटिव एग्जाम्स के लिए जो मेहनत की थी, वो रंग लाई है और एक अच्छे कॉलेज में आ गए हो। अब हॉस्टल की जिंदगी शुरू हो गई है। हॉस्टल का गुज़ारा थोड़ा मुश्किल होता है, घर के आराम और सुरक्षा से निकल के एक नई जगह, जहाँ सब कुछ खुद करना पड़ता है।
हॉस्टल में रहना तुम्हें आत्मनिर्भर बनाता है, फैसले लेने में मदद करता है, मुश्किल हालातों का सामना करना सिखाता है। लेकिन, यहाँ की सबसे बड़ी चुनौती है हॉस्टल का खाना। अध्ययनों के अनुसार लड़के और लड़कियाँ हॉस्टल्स में फल, सब्जियाँ, या ज़रूरी पोषण नहीं खाते, क्योंकि मेस में इन्हे ये सब नहीं मिलता।
इसलिए, अपने डेली रूटीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है ताकि तुम हेल्दी रह सको और deficiency, मोटापा, और कम पोषण से बच सको। पढाई करते समय नट्स और रोस्टेड ग्राम्स का सेवन करो। दूसरे स्वस्थ स्नैक्स जैसे सेब, माउस, पीनट बटर भी खा सकते हो।
कोई भी भोजन मत छोड़ो:
जरूरी नहीं के हॉस्टल का खाना हमेशा स्वादिष्ट या पौष्टिक हो, लेकिन तुम्हें अपने डेली न्यूट्रिशन की जरूरत होती है। दाल, चपाती, चावल, और सब्जियाँ खाओ। सांभर और दाल चुन सकते हो, अगर कुछ सब्जियाँ पसंद नहीं तो उन्हें छोड़ सकते हो, लेकिन जो उपलब्ध है उसे जरूर खाए।
अपने दोस्तों के साथ खाया करो:
हॉस्टल का खाना अपने रूम में ले जाकर मत खाओ। मेस में दोस्तों के साथ खाया करो अपने दोस्तों के साथ मिलके खाने से खाना ज्यादा स्वादिष्ट लगता है और ठंडा भी नहीं होता। दोस्तोंग के साथ बातें करके खाना खाने से आपकी ना पसंदीदा चीज़ पसंदीदा लगने लगती है।
स्वस्थ स्नैक्स हमेशा अपने पास रखो:
भोजन के बीच और देर रात पढ़ाई के दौरान स्वस्थ स्नैक्स खाया करो। कुछ मौसमी फल और सब्ज़िया ले लो जो ऐसे ही खा सकते हो और जिन्हें फ्रिज में रखने की जरूरत ना हो। जैसे एप्पल्स, संतरा, माउस, खीरा, जाम और अंगूर जो आप ऐसे ही खा सकते हो। ककड़ी, गाजर, टमाटर, पपीता, और आम को कट करके खा सकते हो, ये भी बोहत बढ़िया स्नैक्स हैं।
कैल्शियम और प्रोटीन लो:
कोई सुपर मार्किट से टेट्रा पैक्स ऑफ मिल्क, दही, बटरमिल्क या सोयामिल्क ले लो। ये एक बार में पीने पैक्स में मिलते हैं, इसलिए जल्दी पीलिया करो। रोज काम से काम 500ml दूध या उसके प्रोडक्ट्स लो।
स्वस्त और पौष्टिक खाना बनाना सीखो:
छुट्टी के दिन बाहर जाकर खाना मत खाओ, अपने दोस्तों के साथ कुछ अच्छी और स्वादिष्ट चीज़ बनाओ। बहार का खाना काम खाया करो वो ज़्यादह तर अस्वास्थ्यकर भोजन होता है। महीने में एक या दो बार खा सकते हो कभी कभी बहार खाने में कोई दिकत नहीं।
तो दोस्तों, हॉस्टल में भी स्वस्त रह सकते हो अगर थोड़ी कोशिश करे तो। अगर आपको ये लेख पसंद आया है तो अपने हॉस्टल के दोस्तों के साथ शेयर करो और अपने एक्सपीरियंस और टिप्स हमारे साथ शेयर करो! धन्यवाद्!